हिंदी विभाग
विभागीय जानकारी
समाज में सत्य, शिव और सुंदर की स्थापना साहित्य से होती है। साहित्य लोकरंजन की सामग्री मात्र न होकर लोकशिक्षण का माध्यम भी है। समाज में सुशिक्षा, सुसंस्कार, नैतिकता से समृध्दि लाने का कार्य साहित्य करता है।
साहित्य को समाज का दर्पण कहा जाता है, जिसमें हमारा भूतकाल दिखायी देता है। उसी भूतकाल के उपर हमारा वर्तमान खडा होता है और वर्तमान के आधार पर भविष्य निर्मित होता है। साहित्य मे हमे भविष्य की सुनहरे सपने भी दिखायी देते है । जो हमे नुतनविन निर्माण की, सृजन की प्रेरणा देते हैं। अतः समाज के लिये साहित्य की आवश्यकता स्वयंसिध्द है।
भारत के स्वतंत्र होने पर देश की संविधान समिती ने 14 सितंबर 1949 हिंदी को राष्ट्रभाषा के रूप मे स्वीकृति दी और देवनागरी लिपि को राष्ट्र लिपि स्वीकृती दी गयी 26 जनवरी 1965 संविधान के अनुच्छेद 343 के अधिनियम के अनुसार हिंदी जनसंघ की राजभाषा घोषित की गयी।
संविधान समिति के अनुसार हिंदी भाषा राष्ट्रभाषा होने के लगभग सभी गुण पाए जाते है। यह भाषा सरल, सुबोध एवं नविन शब्दो के निर्माण की क्षमता से युक्त है। इसकी लिपि वैज्ञानिक एवं सरल है तथा इसमे देश की भावात्मक एकता बनाये रखने की क्षमता है।
हिंदी की सुमधुरता, सरलता एवं राष्ट्रभाषा के रूप में उसके महत्व को समज कर एवं महात्मा गांधी जी के आदर्शो से प्रेरित होकर शिक्षण प्रसारक मंडल, अंदौरा के तत्कालीन अध्यक्ष माननीय श्री मधुकररावजी चव्हाण, सचिव माननीय श्री सि.ना. आलुरे गुरूजी ने इस महाविद्यालय में हिंदी विषय को चयनित किया। विगत 26 वर्षो से इस महाविद्यालय हिंदी का अध्ययन-अध्यापन और हिंदी प्रचार प्रसार का कार्य हो रहा है।
दृष्टी
- अहिंदीतर भाषी क्षेत्र के छात्रो को राष्ट्रभाषा और राजभाषा और प्रयोजान्मुलक हिंदी का ज्ञान प्रदान करना और हिंदी भाषा और साहित्य के प्रती अभिरुची निर्माण करना
उद्देश
- अहिंदी भाषी ग्रामीण क्षेत्र से आए छात्रो के सर्वांगिण विकास के लिए गुणवत्तापूर्ण और कौशल आधारित शिक्षा प्रदान करना |
- छात्रो में हिंदी भाषा में वाचन, लेखन और वक्तृत्व कौशल बढाना |
- भारतीय संस्कृती सभ्यता और समृद्ध साहित्य परंपरा को छात्रो से परिचित कराना |
- विश्वविद्यालय एवं शासन द्वारा निर्गमित नियमानुसार बी.ए. प्रथम वर्ष मे बारहवीं उत्तीर्ण विध्यार्थियों को प्रवेश दिया जाता है।
- युजीसी एवं शासन के नियमानुसार आरक्षण नियमो एवं आरक्षण पध्दति का पालन किया जाता है।
अ.क्र | कोर्स का नाम | कालावधी | प्रवेश क्षमता |
1. | बी. ए. (हिंदी) | 3 वर्ष | 120 |
वर्ष | कक्षा | प्रवेशित छात्रों की संख्या | |||
पुरुष | महिला | कुल | |||
2017-18 | B.A. I | 19 | 01 | 20 | |
B.A. II | 07 | 04 | 11 | ||
B.A. III | 10 | 10 | 20 | ||
2018-19 | B.A. I | 13 | 13 | 26 | |
B.A. II | 09 | – | 09 | ||
B.A. III | 04 | 02 | 06 | ||
2019-20 | B.A. I | 11 | 10 | 21 | |
B.A. II | 06 | 03 | 09 | ||
B.A. III | 03 | – | 03 | ||
2020-21 | B.A. I | 12 | 07 | 19 | |
B.A. II | 07 | 07 | 14 | ||
B.A. III | 02 | – | 02 | ||
2021-22 | B.A. I | 06 | 02 | 08 | |
B.A. II | 04 | 03 | 07 | ||
B.A. III | 01 | 04 | 05 | ||
2022-23 | B.A. I | 29 | 11 | 40 | |
B.A. II | 06 | 03 | 09 | ||
B.A. III | 03 | 03 | 06 |
- अध्यापन पध्दति –
- व्याख्यान पध्दति,
- परिसंवाद,
- प्रश्नोत्तर
- आई. सी. टी.
- अध्ययन स्रोत –
- पी.पी.टी.,
- यू-टयूब,
- संदर्भ ग्रंथ,
- पत्र-पत्रिकाए,
- अतिथी व्याख्यान.
- मूल्यांकन –
वर्ष | कक्षा | प्रवेशित छात्रों की संख्या | उत्तीर्ण छात्रों की संख्या | परिणाम का% | ||||
पुरुष | महिला | कुल | पुरुष | महिला | कुल | |||
2017-18 | B.A. I | 19 | 01 | 20 | 14 | – | 14 | 70% |
B.A. II | 07 | 04 | 11 | 04 | 03 | 07 | 63.6% | |
B.A. III | 10 | 10 | 20 | 07 | 09 | 16 | 80% | |
2018-19 | B.A. I | 13 | 13 | 26 | 05 | 05 | 10 | 38% |
B.A. II | 09 | – | 09 | 04 | – | 04 | 44.4% | |
B.A. III | 04 | 02 | 06 | 04 | 01 | 05 | 83.3% | |
2019-20 | B.A. I | 11 | 10 | 21 | 06 | 07 | 13 | 61.9% |
B.A. II | 06 | 03 | 09 | 05 | 03 | 08 | 88.8% | |
B.A. III | 03 | – | 03 | 03 | – | 03 | 100% | |
2020-21 | B.A. I | 12 | 07 | 19 | 03 | 04 | 07 | 36.8% |
B.A. II | 07 | 07 | 14 | 03 | 03 | 06 | 42.8% | |
B.A. III | 02 | – | 02 | 02 | – | 02 | 100% | |
2021-22 | B.A. I | 06 | 02 | 08 | 04 | 02 | 06 | 75% |
B.A. II | 04 | 03 | 07 | 03 | 03 | 06 | 85.7% | |
B.A. III | 01 | 04 | 05 | 01 | 02 | 03 | 60% |
- इकाई परीक्षा,
- स्वाध्याय,
- परिसंवाद,
- विश्वविद्यालयीन परीक्षा
- “सुमन सुरभी” – प्रतिवर्ष हिंदी विभाग के छात्रो के लेखन कौशल को बढाने के लिये हिंदी भित्तीपत्रिका का “सुमन सुरभी” का प्रकाशन किया जाता है |
- हिंदी विभाग में 14 सिंतबर को “हिंदी दिवस” उत्साह के साथ मनाया जाता हैं | उसी प्रकार 10 जनवरी को “विश्व हिंदी दिवस” भी मनाया जाता है |
- प्रेमचंद जयंती, रविदास जयंती ,गुरु नानक जयंती भी मनाई जाती है |
- विविध अवसरों पर विविध कार्यक्रम लिये जाते है जिनमें कहानी वाचन, काव्य वाचन, निंबध लेखन आदि प्रमुख है |
- ऐसे अवसरों पर अथिती प्राध्यापको के व्याख्यान रखे जाते है |
अनु .क्र. | अतिथी विद्वानो के नाम | महाविद्यालय का नाम |
1. | प्रो. देविदास इंगळे | हिंदी विभागाध्यक्ष रामकृष्ण परमहंस महाविद्यालय अध्यक्ष, हिंदी अध्ययनमंडल, डॉ. बा. आ मराठवाडा विश्वविद्यालय ओरंगाबाद |
2. | डॉ.सी. जयशंकर बाबू | हिंदी विभागाध्यक्ष, पुद्दुचेरी विश्वविद्यालय, पुद्दुचेरी सदस्य, हिंदी सालाहकार समिती , गृह मंत्रालय ,भारत सरकार |
3. | प्रो . डॉ.राहुल मिश्र | हिंदी विभागाध्यक्ष केंन्द्रीय बौद्धविद्या संस्थान ,चोगलमसर , लेह ,लद्दाख |
4. | प्रो .बळीराम धापसे | हिंदी विभागाध्यक्ष, विनायकराव पाटील महाविद्यालय, वैजापूर सदस्य ,हिंदी अध्ययनमंडल, डॉ. बा. आ . मराठवाडा विश्वविद्यालय,ओरंगाबाद |
5. | प्रा. गंगाधर बिराजदार | सदस्य ,अधिसभा , पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होळकर विश्वविद्यालय, सोलापूर |
6. | प्रा. डॉ. अशोक मर्डे | हिंदी विभागाध्यक्ष यशवंतराव चव्हाण महाविद्यालय,तुळजापूर सदस्य ,हिंदी अध्ययनमंडल, डॉ. बा. आ. मराठवाडा विश्वविद्यालय ओरंगाबाद |
7. | प्रा. धन्यकुमार बिराजदार | हरीभाई देवकरण प्रशाला, सोलापूर राष्ट्रीय महामंत्री ,अखिल भारतीय हिंदी महासभा नई दिल्ली |
8. | ऍड .शरद देशपांडे | मा . न्याय दंडाधिकारी ,सत्र न्यायालय , बीड |
9. | डॉ.अनघा तोडकरी | हिंदी विभागाध्यक्ष, तेरणा महाविद्यालय,उस्मानाबाद |
10. | डॉ. येल्लुरे एम.एस. | हिंदी विभागाध्यक्ष, बी .एस .एस.महाविद्यालय,माकणी |
11. | डॉ. छाया कडेकर | हिंदी विभागाध्यक्ष , शंकरराव जावळे पाटील महाविद्यालय,लोहारा |
12. | डॉ. सुभाष राठोड | हिंदी विभागाध्यक्ष कला वाणिज्य एवं विज्ञान महाविद्यालय नलदुर्ग |
13. | डॉ. विनोदकुमार वायचल | हिंदी विभागाध्यक्ष व्यंकटेश महाजन महाविद्यालय उस्मानाबाद सदस्य हिंदी अध्ययनमंडल डॉ. बा. आ. मराठवाडा विश्वविद्यालय ओरंगाबाद |
14. | डॉ. हाषमबेग मिर्झा | सहयोगी प्राध्यापक कला, वाणिज्य एवं विज्ञान महाविद्यालय, नलदुर्ग |
15. | डॉ.आर. के. वडजे | सहायक प्राध्यापक बुर्ला महिला महाविद्यालय, सोलापूर |
वर्ष | अनु.क्र. | छात्र का नाम | कक्षा | परिसंवाद का विषय |
2017-18 | डोंबे सुवर्णा सात्तपा | बी. ए. III | निर्गुण कविता : विशेषताए | |
गाडेकर छकुली राजेंद्र | बी. ए. III | अनुदित दलित आत्मकथा | ||
मुळे दीपक बाबू | बी. ए. III | युगप्रवर्तक भारतेंदू | ||
राठोड मिथुन देविदास | बी. ए. II | मानक हिंदी का स्वरूप | ||
राठोड रोहन सुभाष | बी. ए. II | पारिभाषिक शब्दावली | ||
बिराजदार पल्लवी प्रकाश | बी. ए. II | संस्मरण : परिभाषा ,स्वरूप | ||
2018-19 | राठोड रोहन सुभाष | बी. ए. III | भक्तीकाल : सामान्य विशेषताए | |
राठोड प्रवीण लाभू | बी. ए. III | “पराया “-विश्लेषण | ||
चव्हाण पंकज शिवाजी | बी. ए. II | संविधान में हिंदी | ||
धोत्रे केरनाथ रमेश | बी. ए. I | “विजयपर्व”- समीक्षा | ||
2019-20 | जाधव बालाजी दीपक | बी. ए. III | मुनगे की फलियां | |
जाधव सतीश नागनाथ | बी. ए. III | रासो काव्य की ऐतिहासिकता | ||
जाधव विक्रम बाबू | बी. ए. II | भारतीय संस्कृति | ||
वडजे आदर्श लक्ष्मण | बी. ए. II | “सरोज स्मृति” | ||
कांबळे प्रेरणा शिवाजी | बी. ए. I | आपका बंटी : समस्या | ||
मकानदार आशामा हाजीमलंग | बी. ए. I | ‘अमिता’ का चरित्र-चित्रण | ||
2021-22 | राठोड सूरज भास्कर | बी. ए. I | ‘अमिता’ का चरित्र-चित्रण | |
चव्हाण शिवराज संजय | बी. ए. I | जान से प्यारे-एकांकी समीक्षा | ||
रागबले सागर तानाजी | बी. ए. II | मानकीकरण की पद्धती | ||
मुर्शद सना दाउद | बी. ए. II | म. गांधी की प्रासंगिकता | ||
कांबळे प्रेरणा विकास | बी. ए. III | मुनगे की फलीया की संवेदना | ||
मकानदार आशामा हाजीमलंग | बी. ए. III | छायावाद की संवेदना |
अनु.क्र. | प्रमाणपत्र कोर्स | समयावधि | वर्ष | प्रवेशित छात्र संख्या | समन्वयक |
1 | जनसंचार माध्यम और विज्ञापन लेखन | 30 दिन | 2017-18 | 25 | डॉ. मीना जाधव |
2 | अनुवाद कला | 30 दिन | 2018-19 | डॉ. मल्लीनाथ बिराजदार | |
3 | जनसंचार माध्यम और विज्ञापन लेखन | 30 दिन | 2019-20 | 40 | डॉ. मीना जाधव |
4 | अनुवाद कला | 30 दिन | 2021-22 | 30 | डॉ. मल्लीनाथ बिराजदार |
5 | दृश्य श्रव्य माध्यम लेखन | 30 दिन | 2022-23 | डॉ. मीना जाधव |
- शिक्षकों ने छात्रों को प्रतिष्ठित व्यक्तियों के वीडियो व्याख्यान प्रदान किए।
- शिक्षक ने विभागीय छात्रों के लिए टेस्ट, ट्यूटोरियल, छात्र परिसंवाद, प्रश्नोत्तरी , निबंध प्रतियोगिता आयोजित की।
- शिक्षक ने नोट्स तैयार किए और छात्रों को प्रदान किए।
- छात्रों में विषय के प्रति उत्पन्न जिज्ञासा का शमन करने के लिए शिक्षक पुनश्चर्या और अभिविन्यास पाठ्यक्रमों में प्राप्त उन्नत ज्ञान को छात्रों के साथ साझा करते हैं।
- शिक्षक हिंदी दिवस और विश्व हिंदी दिवसके अवसर पर छात्रों के लिए मंच उपलब्ध करते हैं।
- शिक्षक छात्रो को युवा मोहोत्सव में सह्भागीता के लिये प्रेरित करते है |
- आकाशवाणी पर वार्ताए
- समाचार पत्र में लेखन
- दूरदर्शन पर वार्ता में सहभाग
अंतर महाविद्यालयीन गतिविधिया
- कला ,वाणिज्य एवं विज्ञान महाविद्यालय, नलदुर्ग मे पाठ्यक्रम आधारित कार्यशाला में व्याख्यान |
- उस्मानाबाद हिंदी साहित्य परिषद ,उस्मानाबाद के संयुक्त तत्वाधान में निबंध स्पर्धा
- केंद्रिय पुस्तकालय मे हिंदी के 664 ग्रंथ उपलब्ध
- विभाग के अध्यापकों एवं छात्रों कें लिये इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध
- कला, वाणिज्य एवं विज्ञान महविद्यालय, नलदुर्ग, त.-तुलजापूर, जि.- उस्मनाबाद -15/07/2019
- अंतरभारती ट्रस्ट, पुणे -15/07/2020
- उस्मनाबाद जिला हिंदी परिषद – 15/07/2019
अ.क्र. | नाम | भ्रमणध्वनी क्र. | ||
1. | राहुल चव्हाण | एम. ए. | 8767092251 | |
2. | आशामा मकानदार | एम. ए. | 9359912515 | |
3. | प्रेरणा कांबळे | एम. ए. | 9112406334 |
अ.क्र. | नाम | पेशा | भ्रमणध्वनी क्र. |
1. | सुश्री. निखत शेख | हिंदी शिक्षिका , आर्मी पब्लिक स्कूल, लेह-लद्दाख | 8767763604 |
2. | श्री. बालाजी जाधव | वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी, रिलायंस रिटेल लिमिटेड , नागपूर | 7742982756 |
3. | सुश्री. आयशा शेख | प्रोग्राम ऑफिसर, स्टेट बँक ऑफ इंडिया, मुंबई | 9359700489 |
4. | सुश्री. रत्ना बिराजदार | विश्लेशक रसायनज्ञ,लेमिनोस लाबोरेटरीस पीवीटी. लिमिटेड, मुंबई | 9321965446 |
5. | सुश्री. दिपाली खरपडे | शिक्षक,केशवराज विद्यालय,लातुर | 9422911789 |
6. | श्री. महादेव बिराजदार | शिक्षक, कॅप्टन जोशी विद्यालय, येणेगूर,जि.उस्मानाबाद. | 9860727892 |
7. | श्री. सिध्देश्वर ढेबंरे | शिक्षक, बळीराम काका साठे विद्यालय, मार्डी,त. द. सोलापूर | 9527155209 |
8. | श्री. प्रविण पाटील | लिपीक, शंकरराव जावळे-पाटील महाविद्यालय, लोहारा | |
9. | श्री. दत्तात्रय मेलगिरी | शिक्षक,ज्ञानेश्वर माध्यमिक विद्यालय तुरोरी उमरगा | 9423384598 |
10. | श्री. अमोल मोकाशे | शिक्षक, महात्मा फुले विद्यालय कोंड जि. लातुर | 7218124420 |
11. | श्री. सुनिल सुलतानपुरे | शिक्षक, नवभारत विद्यालय खरोसा जि.लातुर | 8379015056 |
12. | श्री. नाटेकर राम | लिपिक,बांधकाम विभाग , जि.प.उस्मानाबाद | 9766093604 |
13. | श्री. दुधभाते बालाजी | लिपीक,उमरगा | |
14. | श्री. गोविंद घंटे | लिपीक,कला विज्ञान व वाणिज्य महाविद्यालय नळदुर्ग | 9422465758 |
15. | श्री. वैजीनाथ चिंचोले | लिपीक,कला विज्ञान व वाणिज्य महाविद्यालय नळदुर्ग | 9271255355 |
16. | श्री. दत्ता चौगुले | लिपीक,बालकल्याण विभाग जिला परिषद उस्मानाबाद | 9403482484 |
17. | श्री. धन्यकुमार बिराजदार | लिपीक,कृषि विभाग पंचायत समिती तुळजापुर | 9413330737 |
18. | श्री. धर्मराज कुंभार | व्यावसायिक, शिवयोगी इलेक्ट्रीकल्स मेन रोड, अणदूर | |
19. | श्री. संतोष मुळे | व्यावसायिक, स्वामी समर्थ हार्डवेअर एंड पेंन्टस मेन रोड,अणदूर | |
20. | श्री. गंगाधर मुळे | व्यावसायिक, स्वामी समर्थ हार्डवेअर एंड पेंन्टस मेन रोड,अणदूर | |
21. | श्री. मधुकर भुरे | व्यावसायिक, किरण क्लॉथ स्टोर, अणदूर |
हिंदी विभाग का संक्षिप्त इतिहास
शिक्षण प्रसारक मंडल संचलित जवाहर कला, विज्ञान एवं वाणिज्य महाविद्यालय, अंदौरा की स्थापना वर्ष 1991-1992 में हुयी | दुसरे ही वर्ष 1992-1993 में महाविद्यालय में हिंदी विभाग की स्थापना हुयी | स्थापना वर्ष में बी.ए. प्रथम वर्ष के लिए ऐच्छिक हिंदी और बी.ए., बीएस.सी एवं बी.कॉम प्रथम वर्ष के लिए व्दितीय भाषा पाठ्यक्रम से हिंदी विभाग का शुभारंभ हुआ | तत्पश्चात प्रति वर्ष एक-एक कक्षा बढती गई और वर्ष 1995 में बी.ए. तृतीय वर्ष ऐच्छिक हिंदी की बेच उत्तीर्ण हुयी | हिंदी विभाग की स्थापना के समय हिंदी अधिव्याख्याता के रुप में सुश्री मीना जाधव , विभाग अध्यक्ष के रुप में 17 अगस्त 1992 में पदस्थ हुयी | विभाग में प्रवेश के समय प्रा. सुश्री मीना जाधव एम.फिल उत्तीर्ण थी | तत्पश्चात वर्ष 2002 में उन्होंने पी-एच.डी. कर विभाग को समृध्द बनाया | अगले ही वर्ष 01 अक्तूबर 1993 में प्रा. श्री. बिराजदार एम.बी. का हिंदी विभाग में सहयोगी अधिव्याख्य्ता के रुप में आगमन हुआ | प्रा. श्री. बिराजदार एम.बी. ने एम. ए. उत्तीर्ण कर विभाग में प्रवेश किया था | उन्होंने वर्ष 2011 में पी-एच.डी. कर विभाग को संपन्न बनाया |